कोई पैदल चलकर पहुँचरहा घर तो कही भाड़ा का झंझट कोरोना के ख़ौफ व काम बंदी से लौट रहे लोगो की व्यथा।

बलवंत कुमार चौधरी (बेगूसराय)

(बेगूसराय) : छौड़ाही प्रखंड के शेखा टोला एकंबा निवासी फूलो सहनी का दामाद गुवाहाटी में मजदूरी करते हैं। कोरोना वायरस के खौफ के कारण विगत एक सप्ताह से उनका काम बंद था। खाने को भी पैसे नहीं थे। उन्होंने बेटिकट ट्रेन पकड़ बेगूसराय स्टेशन आ गए। यहां रविवार की सुबह जनता कर्फ्यू के कारण सार्वजनिक परिवहन के बंद रहने से वह घर नहीं आ पा रहे थे। वहीं खड़े रिक्शा चालक बेगूसराय शहर के नौलखा निवासी सत्य नारायण दास से उन्होंने छौड़ाही आने के लिए 250 रुपए में भाड़ा तय किया। रिक्शा चालक चार घंटे की मेहनत के बाद एकंबा चौक पहुंचे तो वहां रिक्शा पर सवार युवक ने दो बोरा चावल लेने की बात रिक्शा चालक से कह वहां से दुकान के पिछले रास्ते से गायब हो गया। काफी देर तक खोज करने के बाद रिक्शा चालक दहाड़ मार कर रोने लगा तब स्थानीय समाजसेवी अशोक पंडित उर्फ लैला बिहारी ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से उक्त युवक को खोजा तो वह गांव का दामाद निकला। उसके ससुराल घर जा रिक्शा चालक को भाड़ा का दिलवाया। उनके दामाद ने कहा कि मेरे जेब में एक रुपए भी नहीं थे और ससुराल गांव मे बेइज्जती का डर था इसलिए चुपचाप वहां से निकल लिए।
दूसरी तरफ शाहपुर के महेश कुमार भी कोरोना के खौफ से बैंगलोर से ट्रेन द्वारा पटना हो तो आ गए लेकिन, वहां से घर आने को कोई सवारी नहीं मिला तो पैदल ही चलना शुरू कर दिया। पैदल चलते चलते 1:30 बजे दिन में अपने घर पहुंचे और निढाल सो गए। उन्होंने बताया कि क्या करते कहीं पर भी चाय का दुकान तक नहीं खुला था। ना चाय मिल रहा था ना खाना पानी। इससे अच्छा था पैदल चलकर ही घर पहुंच जाएं। उन्होंने बताया कि इस तरह हमारे साथ सात व्यक्ति थे सभी लोग पैदल ही गांव आ गए हैं। बताया कि कोरोना वायरस के कारण शॉपिंग मॉल आदि बंद है जिसमें हम लोग काम करते थे। मकान मालिक भी घर जाने को दबाव दे रहा था। कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर भी था। काम बंद है उधार लेकर खा रहे थे इससे अच्छा है घर लौट जाएं। बताया कि कोरोना वायरस को लेकर यह सब हो गया है। हम लोग भी सजग सतर्क हैं। कुछ दिन आइसोलेशन में घर मे रहने के लिए डॉक्टर साहब बोले हैं। उसका पालन करेंगे। इस तरह की अनेक परेशानियां कोरोना वायरस के कारण लोगों को हो रही है। लोग दर्द को झेल भी रहे हैं। दुआ कर रहे हैं किसी तरह इस नामुराद कोरोनावायरस से छुटकारा मिल जाए।
कहते हैं अधिकारी : छौड़ाही बीडीओ प्रशांत कुमार सीओ सुमंत नाथ और ओपी अध्यक्ष ओमप्रकाश बताते हैं की दूसरे राज्य से गांव आने वाले लोग छौड़ाही पीएचसी के मेडिकल टीम से जरूर संपर्क करें। कम से कम 14 दिनों तक अपने घरों में ही आइसोलेशन में रहें।कोरोना वायरस के लक्षण के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार किया गया है लक्षण महसूस होते हीं तुरंत मेडिकल टीम को या अपने जनप्रतिनिधि, मुखिया जी को सूचना दें। तुरंत सहायता पहुंचाई जाएगी। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वह अपने परिजनों को फोन या अन्य माध्यम से परदेश में जहां है वहीं अपने कमरों में ही रहने सलाह देने की अपील की है। कहा जितना ज्यादा आदमी एक जगह से दूसरी जगह जाएंगे उतना ज्यादा कोरोना वायरस का फैलाव होगा। लोग सतर्कता बरतें।

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