ब्यूरो रिपोर्ट : बलवंत कुमार चौधरी (बेगूसराय)
छात्र एवं शिक्षक की फोटो
(बेगूसराय) : कोरोना वायरस द्रुतगति से फैला रहा है। इससे बचाव का एकमात्र उपाय है सजगता व सावधानी। इस महामारी के बचाव हेतु लोग तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं। एक प्रयोग इन दिनों इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। इलाके के एक शिक्षण संस्थान कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए छात्रों के घर पर जाकर ही छात्रों की वार्षिक परीक्षा ले रहा है। वहीं छात्र की पढ़ाई नहीं छूटे इसके लिए ऑनलाइन क्लास भी आयोजित हो रहे हैं। जिसमें सभी छात्र अपने घर पर हीं रह कर ऑनलाइन क्लास में भाग ले रहे हैं। वह भी नियम कानून का कराई से पालन करते हुए। अभिभावक भी इस अभियान से काफी प्रसन्न हो पहल की प्रशंसा कर रहे हैं।
शिक्षक अंजेश कुमार की पहल: छौड़ाही बाजार के एक निजी शिक्षण संस्थान का संचालन करते हैं छौड़ाही निवासी अंजेश कुमार। इन दिनों सरकार ने सभी तरह के कार्यों के अलावा शैक्षणिक गतिविधि पर भी रोक लगा रखी है। लेकिन इस कंपटीशन के दौर में छात्र कहीं पीछे न छूट जाए इस उद्देश्य से एक अलग जुगाड़ कर 500 से ज्यादा छात्रों की परीक्षा ले ली गई। शिक्षण संस्थान के निदेशक सह शिक्षक अंजेश कुमार बताते हैं कि कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। यह सामुदायिक स्तर पर एक जगह ज्यादा लोगों के रहने से फैलने की संभावना है। इसी के मद्देनजर विद्यालय के सभी शिक्षक सभी वर्ग के छात्रों की वार्षिक परीक्षा छात्रों के घर पर छात्रों के अभिभावक के देखरेख में विद्यालय के सभी नियम कानून का पालन करते हुए ले रहे हैं। यहां मंझौल और बखरी एवं समस्तीपुर जिले के छात्र भी अध्ययन कर रहे हैं। छात्र भी उन्मुक्त माहौल में परीक्षा दे प्रशन्नता महसूस कर रहे हैं। अभिभावक शख्ती के साथ कदाचार पर नजर रखे हुए हैं। हम लोग मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से भी निगरानी की गई है। अब अन्य शिक्षण संस्थान भी इसी तरह परीक्षा लेने की तैयारी कर रहे हैं। इसके कई फायदे हैं। बच्चों के साथ साथ अभिभावक, शिक्षक और हमारा समाज कोरोना वायरस के प्रसार को रोक रहा है। वहीं समूचे मंझौल व बखरी अनुमंड में कोरोना वायरस से बचाव हेतु लोगों को जागरूक शिक्षकों की टीम रोजाना कर रही है। टीम में शामिल शिक्षक भी सराहनीय कार्य कर रहे हैं।
कहते हैं अभिभावक: छौड़ाही के अमित लाल बबलू कुमार आदि अभिभावक बताते हैं कि अंजेश जी का यह पहल सराहनीय है कि एक जगह एकत्रित ना होकर भी छात्रों की वार्षिक परीक्षा जैसे कार्य भी संपन्न किए जा सकते हैं। हम लोग भी धार्मिक आयोजन के बाद प्रसाद वितरण लोगों को घरों में जाकर हीं कर रहे हैं। यह शिक्षक अंजेश जी के ही पहल का नतीजा है। हमारे छात्र भी सुरक्षित हैं हम लोग भी सुरक्षित हैं।
पहल की हो रही प्रशंसा : प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार, अंचलाधिकारी सुमंत नाथ, ओपी अध्यक्ष ओमप्रकाश , प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कमलेश कुमार, कहते हैं कि अंजेश कुमार ने कोरोना से वचाव हेतु प्रेरक कार्य किए हैं। यह सामुदायिक स्तर पर कोरोना का फैलाव भी रोक रहा है और छात्रों का भविष्य भी सुरक्षित रहेगा।
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