बलवंत कुमार चौधरी (बेगूसराय) :
किसान सम्मान योजना का लाभ देने में गड़बड़ी। एक अविवाहित किसान का आवेदन रद्द होने पर फूटा गड़बड़ियों का भांडा।
संवाद सहयोगी, छौड़ाही (बेगूसराय) : प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना छौड़ाही प्रखंड में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। तीन किस्तों में छह हजार रुपये की सम्मान राशि वाजिब मेहनतकश किसानों को नहीं मिल कर अपात्र लोगों की जेब में धड़ल्ले से जा रहा है। आश्चर्य की बात है कि प्रखंड से जिला प्रशासन तक आवेदन शिकायत दी गई लेकिन, कारवाई नहीं हो सकी। अब साक्ष्य के साथ , डीएम, जिला कृषि पदाधिकारी को आवेदन दे किसान ने वाजिब किसान की हकमारी करनेवाले कृषि समन्वयक पर कारवाई करने की मांग की है।
क्या है मामला : दरअसल छौड़ाही प्रखंड के मालपुर निवासी किसान रविप्रकाश इलाके के मेहनती किसानों में गिने जाते हैं। उम्र होने के बावजूद अभी तक इन्होंने विवाह नहीं किया है। इन्होंने छह माह पूर्व किसान सम्मान योजना के लाभ हेतु रजिस्ट्रेशन करवाया करवा आवेदन दिया । इनके साथ सहुरी, मालपुर, अमारी और शाहपुर पंचायत के किसानों ने आवेदन दिया था। रवि प्रकाश एवं इनके साथ दो अन्य किसानों का आवेदन इस आधार पर रद्द कर दिया गया कि आप अविवाहित हैं। जबकि किसानों का आरोप है कि कृषि समन्वयक ने ₹500 की मांग की थी नहीं देने पर आवेदन रद्द कर दिया गया। अविवाहित को लाभ नहीं देने का कोई प्रावधान योजना में नहीं है। घूस मांगने का सबूत भी किसान के पास उपलब्ध है।
36अविवाहित को दिया लाभ तो मुझे क्यों नहीं : किसान रविप्रकाश एवं अन्य किसानों द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि आपको ईमेल से पूर्व में गड़बड़ियों के संबंध में जानकारी दी गई थी। गुरुवार को लिखित आवेदन साक्ष्य के साथ आपको दिया जा रहा है। आवेदक में कहा गया है कि छौड़ाही प्रखंड के मालपुर गांव के हीं गोपाल कुमार, रामनिवास सिंह, ब्यास नंदन, भगवती कुमार, रामविलास सिंह, भागरथ सिंह, रामनंदन दास, भीखो दास आदि दर्जन भर लोग जो आज भी अविवाहित हैं उनको किसान सम्मान योजना की दो से तीन तीन किस्त प्राप्त हो चुकी है। लेकिन 26 वर्षीय अविवाहित वाजिब किसान को लाभ नहीं दिया गया। क्योंकि उन्होंने कृषि समन्वयक को 500 रुपये घूस नहीं दिया। वहीं महेश्वर महतो की पत्नी जो प्रखंड शिक्षिका हैं एवं मालपुर ग्राम कचहरी के सचिव रामचंद्र राय आदि कई सरकारी सेवक को भी किसान सम्मान योजना का लाभ दिया गया है। सिर्फ अमारी गांव में ही 1000 किसानों को लाभ दिया गया है जो जांच के बाद एकदम फर्जी साबित हो जाएगा।
भ्रष्टाचार को अधिकारी का संरक्षण : आवेदन में किसानों ने कहा है कि छौड़ाही प्रखंड के कृषि समन्वयक कुमार रंजीत रंजन भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। खुलेआम घूस की मांग करते हैं। कार्रवाई के बदले प्रखंड कृषि पदाधिकारी उनका संरक्षण कर बचाते हैं। इसलिए, जिला स्तरीय टीम का गठन कर मामले की गहन जांच करवा भ्रष्ट कर्मियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। जिससे, किसान सम्मान योजना का लाभ उठा वाजिब किसान की आमदनी दोगुनी हो सके।