संवाददाता: बलवंत कुमार चौधरी (बेगूसराय) जिलाधिकारी को दिये गए आवेदन दिखाते किसान रविप्रकाश।
500 रुपये नजराना नहीं देने पर किसान का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का आवेदन किया रद्द। वंचित किसानों ने कृषि समन्वयक कुमार रंजीत रंजन पर लेन-देन का आरोप लगा जिलाधिकारी को दिया आवेदन।
किसान के मोबाइल पर फोन कर कृषि समन्वयक किसान सम्मान निधि का लाभ देने के लिए रुपये की मांग करते हैं। अवैध रूप से घूस देने से इंकार कर देने पर किसान का आवेदन रद्द कर दिया जाता है। कृषि समन्वयक द्वारा किए जा रहे नियम विरुद्ध कार्य एवं किसानों को सम्मान राशि नहीं मिलते देख प्रखंड के किसानों ने डीएम बेगूसराय को आवेदन दे सम्मान निधि का लाभ दिलाने और लाभ लोग के चक्कर में किसानों को प्रताड़ित करने वाले कृषि अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इस संदर्भ में छौड़ाही प्रखंड के मालपुर निवासी किसान रविप्रकाश समेत दर्जनों किसानों द्वारा द्वारा डीएम को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के एक से एक प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना उसमें एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में है। जिसमें किसानों को तीन किस्त में दो दो हजार रुपये दिए जाते हैं। यहां के किसानों ने बढ़ चढ़कर आवेदन किए। लेकिन छौड़ाही के किसान रवि प्रकाश आदि किसानों से किसान सम्मान के आवेदन को पास करने के एवज में कृषि समन्वयक कुमार रंजीत रंजन के द्वारा 500 रुपैये मांगे जा रहे हैं। नहीं दिए जाने पर इनका आवेदन 6 महीना अपने लॉगिन आईडी पर रखने के बाद रद्द कर दिया। जिला पदाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी को दिये गए आवेदन में कहा गया है कि 25 सितंबर 2019 को किसान सम्मान निधि योजना के लिए आवेदन किया गया। कृषि समन्वयक कई बार इनके घर पर गए। किसानों से पहले कागज मांगे गए। कागजात दिया गया तो कृषि समन्वयक रंजीत रंजन बोले कि 500 रुपये घूस लगेगा तभी आपका आवेदन पास होगा। किसान के द्वारा पैसा नहीं दिए जाने पर छह महीना आवेदन अपने लॉगइन आईडी पर रखकर एक एक कर घूस नहीं देने वाले किसानों का आवेदन को रद्द कर दिया। घूसखोर कृषि समन्वय रंजीत रंजन ने किसान रविप्रकाश आदि किसानों को मोबाइल पर फोन कर कहा आपको जहां जाना है जाइए पैसा तो हम 500 सबसे लेते ही हैं। जो लोग दिए हैं उनका काम हुआ है। आवेदन में किसानों ने कृषि समन्वयक कुमार रंजीत रंजन के द्वारा प्रखंड में बड़े पैमाने पर करप्शन में लिप्त होने की बात भी जिलाधिकारी को कही है ।
आवेदन मे कहा गया है कि सहुरी मुखिया सह मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष रामसेवक पासवान , प्रखंड भाजपा अध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद सिंह समेत कई लोगों ने किसान चौपाल एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी के समक्ष कई बार लिखित शिकायत दर्ज करा कृषि समन्वयक रंजीत रंजन पर किसी भी योजना का लाभ किसानों को देने के एवज में किसानों से500-1000 रुपये वसूली करने का आरोप लगा कारवाई की मांग की गई। लेकिन कारवाई नहीं हुई है।
इस संबंध में बात करने पर कृषि समन्वयक रंजीत रंजन ने किसानों के आरोपों को मनगढ़ंत व बेबुनियाद बताया है। कहा उचित फोरम में जवाब दिया जाएगा।
Leave a Reply